किसान भाईयो यह कीट फसल को बहुत ही अधिक प्रभावित करता है यह कीट फसल के दुधवा अवस्था में या दाना बनने की अवस्था में लगता है यह दानों को चूस कर नष्ट कर देता है और दाना काला पड़ जाता है।
कीट की पहचान:-
यह कीट भूरे रंग के विशेष गंध वाली होती हैं जो बालियों को दुधवा अवस्था में दानों चूस कर नष्ट कर देती हैं जिसके कारण से दानों में चावल नहीं बन पाते हैं।
कीट की रोकथाम:-
- गर्मियों में गहरी जुताई करनी चाहिए।
- खेतों और मेंड़ों को खरपतवार मुक्त करें।
- खेत में संतुलित उर्वरक का प्रयोग करना चाहिए।
- समय पर बुवाई करें और फसल चक्र अपनाएं।
- इमिडाक्लोप्रिड 250ml प्रति हेक्टेयर की मात्रा 500 से 600 लीटर की दर से खेतों में छिड़काव कर देनी चाहिए।
- बूप्रोफेजिन का 1 लीटर प्रति हेक्टेयर की मात्रा 500-600 लीटर कि दर से खेत में छिड़काव करें।