किसान भाइयो यह कीट धान के फसलों की बाली की अवस्था में स्टेम या तना को काट देता है जिससे बाली सुख कर सफेद रंग का हो जाता है यह कीट पूरा विकसित होने पर हल्के पीले शरीर वाले होते हैं और मादा पत्तियों पर समूह में अंडा देती है और अंडे से सूँडी निकलकर तने में घुसकर उसे काटकर नष्ट कर देती है जिससे पौधा नष्ट हो जाता है। किसान भाई जब आप खेत में जाते हैं फसल की तरफ देखें जो सफेद बाली दिखाई दे तो आप समझ लेना चाहिए कि खेतों में कीट का प्रकोप हो चुका है।
कीट की पहचान :-
तना बेधक कीट की सबसे बड़ी पहचान यह है कि यह पत्तियों पर अंडा देती है, पूर्णता विकसित होने पर यह सफेद रंग की और सूँडी हल्के पीले शरीर की होती है। लेकिन किसान भाई खेतों में जाकर देखने पर सफेद बाली का पौधा दिखेगा और उसको खींचने पर
कीट की रोकथाम :-
- गर्मी में खेतों को गहरी जुताई करनी चाहिए।
- खेत और मेलों को घास मुक्त और मेड़ो को छटाई करनी चाहिए।
- धान की फसल को हर सप्ताह जाकर देखनी चाहिए।
- कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 4G का 24 से 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर 3-4 सेंटीमीटर खेत पानी रहने पर बुरकाव करनी चाहिए।
- रेनक्सीपियर (कोराजन) 0.5% का 144 ml प्रति हेक्टेयर से की दर से छिड़काव करनी चाहिए।
- फर्टेरा (दानेदार) का 10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से इस्तेमाल करना चाहिए।