टिड्डी कीट सहायता केंद्र नम्बर
देश में टिड्डी का प्रकोप दिन प्रति दिन और भी बढ़ता जा रहा है | भारत में राजस्थान से शुरू हुआ टिड्डी कीट देश के कई राज्यों की और फसलों को नुकसान पहुंचाते हुए आगे बढ़ते जा रहा है | राजस्थान से सटे मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन में टिड्डी को पहले बार देखा गया है जो बढ़ते हुए इंदौर, संभाग के साथ ही चंबल संभाग तक फैल गया है | सरकार ने इसको रोकने के लिए प्रदेश स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाया है साथ ही जिले में भी नियंत्रण कक्ष बनाने का आदेश दिया है |
मध्य प्रदेश राज्य सरकार केंद्र सरकार के एजेंसी के साथ मिलकर टिड्डी पर नियंत्रण करने कि कोशिश कर रही है | जिससे राज्य में टिड्डी को फैलने से रोका जाए ओर टिड्डी को समाप्त कर दिया जाए | किसान समाधान मध्यप्रदेश में टिड्डी के रोकथाम के लिए टोल फ्री नंबर के साथ ही अभी तक राज्य में टिड्डी कि विस्तार कि जानकारी लेकर आया है |
टिड्डी कीट की सुचना इस नम्बर पर दें
मध्य प्रदेश के कृषि विभाग के प्रमुख सचिव श्री केशरी ने समीक्षा में बताया कि विभाग के द्वारा ट्रैक्टर चलित स्प्रे–पंप ओर फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिडकाव जिलों में आवश्यकतानुसार कराया जा रहा है | टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए जिलों में जिला स्तरीय निगरानी दल गठित करने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं | राज्य स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्रमांक 0755-255-8823 है | किसान और कृषि अधिकारी तत्काल नंबर पर सुचना देकर आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं |
जिन स्थानों पर भी टिड्डी दल का प्रकोप देखा जाये तत्काल स्थानीय प्रशासन ओर कृषि विभाग से संपर्क कर जानकारी दें | किसान भाई टोली बनाकर विभिन्न तरह के पारंपरिक उपाय जैसे शोर मचाकर, अधिक ध्वनी वाले यंत्रों को बजकर या पौधों कि दलों से अपने खेत से टिड्डी दलों को भगा सकते हैं |
इन जिलों में पहुंचा टिड्डी दल
टिड्डी का प्रकोप राजस्थान से लगते हुए सीमावर्ती जिलों से होते हुए मध्य प्रदेश के कई जिलों में फैल गया है | राज्य सरकार ने टिड्डी नियंत्रण के लिए राज्य स्तर पर प्रयास कर रही है | मध्यप्रदेश में सबसे पहले उज्जैन संभाग के नीमच जिले में टिड्डी को देख गया था |
नीमच
विगत दिवस 21 मई को उज्जैन संभाग के नीमच जिले के ग्राम ग्वाल तालाब के पास एक टिड्डी दल एवं दूसरा टिड्डी दल नीमच जिले के जावद विकासखंड के ग्राम गादेल सरवानिया महाराज के बीच रात्री में ठहरा, जिसके नियंत्रण हेतु 17 ट्रेक्टर–चलित स्प्रे पम्प ओर 3 फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिडकाव किया गया | साथी ही केन्द्रीय टिड्डी नियंत्रण दल द्वारा भी पृथक से कीटनाशकों का छिडकाव किया गया , जिसके प्रभावी परिणाम प्राप्त हुए |
उज्जैन
उज्जैन जिले के घटिया विकासखंड बच्चा खेडा, जैथरापूरा, बान्द्का में एक टिड्डी दल रात्री में रुका, जबकि दुसरा दल तराना विकासखंड के तिल्केखर बगोदा, बाह्टाखेडी में रुका | इनके नियन्त्रण हेतु स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रथम टिड्डी दल में 12 ट्रैक्टर–चलित स्प्रे पम्प तथा 4 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशक का छिडकाव किया गया | द्वितीय दल के नियंत्रण हेतु 15 ट्रैक्टर–चलित स्प्रे पम्प तथा 4 फायर ब्रिगेड का उपयोग कीटनाशक छिडकाव के लिए किया गया |
रतलाम
रतलाम जिले के आलोट विकासखंड के ग्राम बापचा एवं कराडिया ग्राम में भी एक टिड्डी दल ने रात्री विश्राम किया | इसके रोकथाम के लिए प्रात: 4 बजे से 16 ट्रेक्टर – चलित स्प्रे पम्पो तथा 2 फायर ब्रिगेड के माध्यम से प्रभावी रूप से कीटनाशकों का छिडकाव केन्द्रीय दल के समन्वय से किया गया | परिणामस्वरूप 65 से 70 प्रतिशत नियंत्रण में सफलता प्राप्त हुई |
इंदौर
इंदौर संभाग के खरगौन जिले के बडवाह विकासखंड के ग्राम थरवर एवं लांबी में एक छोटी टिड्डी दल रात्री को रुका , जिसके नियंत्रण के लिए एक ट्रैक्टर – चलित स्प्रे पम्प तथा 3 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिडकाव किया गया | इसमें भी 50 से 60 प्रतिशत सफलता हुई |
श्योपुर
मुरैना संभाग के श्योपुर जिले के विजयपुर विकासखंड के ग्राम डोंगरपुर में टिड्डी दल का रात्री में नियंत्रण हेतु 8 ट्रेक्टर – चलित स्प्रे पम्प तथा एक फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिडकाव स्थानीय प्रशासन के समन्वय से किया गया |
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